ZMedia Purwodadi

गिरनार लिली परिक्रमा 2025 – बारिश ने रोकी यात्रा | Girnar Lili Parikrama 2025 News Update

Table of Contents

गिरनार लिली परिक्रमा 2025 – बारिश ने भक्ति पर डाली ब्रेक!

हर साल की तरह इस साल भी जुनागढ़ में भक्तों ने गिरनार लिली परिक्रमा की तैयारी पूरे जोश से शुरू कर दी थी। लेकिन… प्रकृति की अपनी ही प्लानिंग होती है! लगातार हुए अनपेक्षित बारिश के कारण जिला प्रशासन ने इस साल की परिक्रमा रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है। कहावत है — “मनुष्य सोचता कुछ है, और मौसम कर देता कुछ और!” 🌧️

गिरनार लिली परिक्रमा 2025 – बारिश ने रोकी यात्रा | Girnar Lili Parikrama 2025 News Update

क्या हुआ Girnar Lili Parikrama 2025 के साथ?

गिरनार परिक्रमा हर साल हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है।
भवनाथ मंदिर से शुरू होकर करीब 36 किलोमीटर की यह पवित्र यात्रा भक्तों के लिए आत्मिक शांति और श्रद्धा का प्रतीक मानी जाती है।
लेकिन इस बार बारिश ने सब प्लान गीला कर दिया!

पिछले कुछ दिनों से पड़े तेज़ और लगातार बारिश ने रास्ते को कीचड़, फिसलन और धंसान में बदल दिया है।
कुछ जगहों पर तो हालत ऐसी है कि पाँव रखो तो जूता नहीं, जूता रखो तो पाँव नहीं! 👣

जिला प्रशासन का फैसला – सुरक्षा पहले, आस्था बाद में

जुनागढ़ प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की संयुक्त बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि
भक्तों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
रास्ते पर फिसलन, पानी भरना और पत्थर खिसकने जैसी घटनाएँ लगातार सामने आ रही थीं।
इसलिए तय हुआ कि इस बार केवल प्रतीकात्मक परिक्रमा ही आयोजित की जाएगी।

अर्थात् —
“आस्था कायम रहेगी, पर पैर गीले नहीं होंगे!”

सिर्फ प्रतीकात्मक परिक्रमा ही होगी

साधु-संतों द्वारा यह परंपरा जारी रहेगी, लेकिन बहुत सीमित रूप में।
SDRF, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और वन विभाग की टीमें इस दौरान मौजूद रहेंगी।
भक्तों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा टाल दें और घर बैठे ही भगवान का स्मरण करें।

बारिश – इस कहानी का असली खलनायक!

इस साल की बारिश ने जैसे कसम खा ली थी कि “भक्ति भीगी रहे!”
जुनागढ़ और आस-पास के इलाकों में हुई अतिवृष्टि के कारण कई जगह रास्ते धंस गए हैं,
पर्वतीय मार्गों पर मिट्टी खिसक रही है, और नदी का पानी भी रास्तों में बह रहा है।

कलेक्टर अनिलकुमार रणावासिया ने साफ कहा –

“भक्तों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। अभी की परिस्थितियाँ यात्रा के अनुकूल नहीं हैं।”

भक्तों के लिए जरूरी सूचना

  • जो लोग पहले से यात्रा की तैयारी कर चुके हैं, वे अभी के लिए योजना रोक दें।

  • किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।

  • प्रशासन की ऑफिशियल घोषणाओं को ही फॉलो करें।

  • जब मौसम सामान्य होगा, तभी आगे की घोषणा की जाएगी।

धार्मिक महत्व – सिर्फ यात्रा नहीं, भावना है

गिरनार परिक्रमा सिर्फ पैदल यात्रा नहीं, बल्कि श्रद्धा की परिक्रमा है।
भवनाथ महादेव के दर्शन से शुरू होकर यह यात्रा भक्तों के मन को नई ऊर्जा देती है।
इस बार यात्रा रद्द होने से भले ही थोड़ी निराशा है,
लेकिन भगवान शिव के भक्त मानते हैं —
“अगर भगवान ने रोका है, तो उसमें भी कोई भलाई ही होगी।” 🙏

निष्कर्ष – सुरक्षा ही सबसे बड़ी सेवा

Girnar Lili Parikrama 2025 रद्द होने का निर्णय मौसम की विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया है।
यह फैसला न केवल समझदारी भरा है, बल्कि एक जिम्मेदारी का उदाहरण भी है।
भक्तों से बस इतनी ही गुज़ारिश है —

“इस बार गिरनार नहीं जा पाए, तो क्या हुआ?
भगवान तो हर दिल में रहते हैं,
घर के आँगन में ही शिवलिंग बना लो,
और वहीं कर लो परिक्रमा – आराम से, सूखे पैरों के साथ!”

FAQs – Girnar Lili Parikrama 2025

प्र.1: क्या इस साल गिरनार लिली परिक्रमा होगी?
उ.1: नहीं, जुनागढ़ प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से इसे रद्द कर दिया है।

प्र.2: परिक्रमा रद्द होने का मुख्य कारण क्या है?
उ.2: लगातार बारिश और रास्तों के धंसने से यात्रा मार्ग असुरक्षित हो गया है।

प्र.3: क्या कोई धार्मिक आयोजन फिर भी होगा?
उ.3: हाँ, साधु-संतों द्वारा केवल प्रतीकात्मक परिक्रमा की जाएगी।

प्र.4: क्या यह जानकारी आधिकारिक है?
उ.4: हाँ, यह जानकारी जुनागढ़ कलेक्टर ऑफिस के आधिकारिक स्रोतों पर आधारित है।

कीवर्ड्स और LSI शब्द (SEO Optimized)

Girnar Lili Parikrama 2025, गिरनार परिक्रमा रद्द, Girnar yatra 2025, जुनागढ़ गिरनार, गिरनार यात्रा 2025 अपडेट, गिरनार परिक्रमा मार्ग, Girnar Parikrama news

Post a Comment